
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के जोबा गांव में पानी की भयानक किल्लत
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के जोबा गांव में पानी की भयानक किल्लत ने ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। नेशनल हाईवे 30 पर बसे ग्राम पंचायत जोबा 1700 की आबादी वाले इस गांव में एकमात्र कुंआ एक हैंडपंप यही यहां जीवनरेखा बना हुआ है। हैंड पंप 10 वर्ष हो चुके हैं जो बंद है ।हालात ऐसे हैं कि लोग चार-चार दिन में एक बार नहा पाते हैं।

सुबह होते ही बच्चे, बूढ़े और जवान बर्तन लेकर पानी की तलाश में निकल पड़ते हैं। शादी विवाह या फिर नए घरों के निर्माण में टैंकरों से पानी खरीदा जाता है। जो की प्रति टैंकर ₹800 पे करना होता है। कई दफे तो बारिश के पानी से भी अपनी दैनिक उपयोग का जुगाड़ बना लेते हैं। पानी की कमी का असर युवाओं की शादी पर भी पड़ रहा है — यहां के युवकों को विवाह के लिए दुल्हन नहीं मिल रही। गांव की यह कहानी राजस्थान के बाड़मेर जैसी नहीं, बल्कि कोंडागांव के इस भीषण संकट को बयां करती है।
और अधिकारी हो या फिर राजनेता सभी ने आश्वासन देकर ही 30 बरस गुजार चुके हैं । ग्रामीणों ने सरकार से जल संकट के स्थायी समाधान की गुहार लगाई है।